चंडीगढ़ / विधानसभा बजट सत्र के अंतिम दिन सदन में जमकर हंगामा हुआ। अकाली दल के विधायकों को बोलने के लिए समय दिए जाने की मांग को लेकर वित्त मंत्री मनप्रीत बादल और अकाली विधायक पवन टीनू के बीच जमकर गाली-गलौज हुई। इस दौरान कांग्रेसी विधायक कुलबीर जीरा और पवन टीनू में धक्का-मुक्की भी हो गई। बात हाथापाई तक पहुंच गई। इस दौरान कांग्रेसी विधायक मनप्रीत के साथ आकर खड़े हो गए और वहीं, टीनू के साथ अकाली विधायक भी आ गए। स्पीकर राणा केपी ने तुरंत सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
मनप्रीत बादल ने मेरे प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया
शिअद विधायक पवन टीनू- सदन से बाहर पवन टीनू ने बताया, वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने मेरे प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। इसलिए इस मामले में कमेटी बननी चाहिए जो जांच करे। अगर मैं दोषी पाया गया तो गुनहेगार हूं। ये लोग मुझे मारने पर उतर आए थे।
विधानसभा लाइव- बिक्रम मजीठिया के बोलने का समय मांगने पर शुरू हुआ शोर-शराबा
बुधवार को सदन शुरू होने के बाद सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने बिजली समझौतों को रद्द करने को लेकर जवाब मांगा। अभी जब ‘आप’ विधायक अमन अरोड़ा बोल ही रहे थे कि इसी दौरान अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया खड़े हो गए और उन्होंने स्पीकर से उन्हें बोलने के लिए समय दिए जाने की मांग की। इसके बाद से हंगामा शुरू हो गया।
अरोड़ा की बातचीत के दौरान मजीठिया ने कई बार स्पीकर से समय मांगा। इसी बीच अकाली विधायक टीनू वैल में पहुंच गए और उन्होंने भी मजीठिया को समय दिए जाने की मांग की।
इससे नाराज स्पीकर केपी राणा ने टीनू को तल्ख लहजे में कहा कि आपको सिफारिश करने की जरूरत नहीं है। आप अपनी सीट पर जाएं। इससे गुस्साए टीनू नारेबाजी करने लगे।
टीनू के साथ कुछ अन्य विधायक भी साथ आ गए। वहीं, आप विधायक भी बिजली मामले में वाकआउट कर गए।
इसी दौरान टीनू मनप्रीत की सीट के पास गए व कहने लगे सरकार ने दलितों के लिए शुरू योजनाएं बंद कर दी हैं... सरकार मनमानी कर रही है... जो गलत है।
इस पर मनप्रीत और टीनू में तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई। बात गाली-गलौज तक पहुंच गई। इसी दौरान कुलबीर सिंह जीराऔर पवन टीनू में धक्का-मुक्की हो गई। हालांकि, अन्य विधायकों ने बीच बचाव करवा दिया।