कोरबा । रकम दोगुना करने का प्रलोभन देकर सैकड़ों लोगों से एक करोड़ रुपये डॉल्फिन इंफ्रा पावर प्रोजेक्ट लिमिटेड ने पांच साल पहले धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने अभी 20 दिन पहले एक फरार डायरेक्टर को गिरफ्तार किया था। अब कोलकाता से एक और डायरेक्टर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इस अंतरराष्ट्रीय ठग के खिलाफ दिल्ली, पंजाब समेत अन्य राज्यों में भी धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध है ।सीएसईबी चौकी अंतर्गत तुलसीनगर निवासी कैलाशराम जांगड़े पिता भक्कराम ने 31 नवंबर 2015 को सिटी कोतवाली में डॉल्फिन इंफ्रा पावर प्रोजेक्ट के डायरेक्टर अनिंदा पाल, शुभम बोस, कौशिक दत्ता एवं देवराज मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध कराया था। उन्होंने रकम दोगुना का झांसा देकर कैलाशराम से 15 लाख रुपये जमा करवाए थे। बाद में डायरेक्टर कंपनी बंद कर फरार हो गए। प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर इस चिटफंड कंपनी ने 58 पीड़ितों से लगभग एक करोड़ की ठगी की थी। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धारा 406, 409, 34, इनामी चिट एवं धन परिचालन स्कीम अधिनियम की धारा 10 के तहत मामला पंजीबद्ध किया था। इस मामले के सभी आरोपित कोलकाता के अलग-अलग क्षेत्र में रहने वाले हैं। पुलिस की एक टीम कोलकाता जाकर एक सप्ताह से तलाश कर रही थी। इस बीच पुलिस ने इस मामले के एडिशनल डायरेक्टर कौशिक दत्ता पिता आशीष दत्ता (44) को कोलकाता के नेताजी नगर से गिरफ्तार किया है। एक अन्य डायरेक्टर को भी कोलकाता से गिरफ्तार किया गया था।
करोड़ों की ठगी, डायरेक्टर कोलकाता में पकड़ा गया