भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद Rahul Gandhi ने बुधवार सुबह पहली प्रतिक्रिया दी। Rahul Gandhi के ट्वीट से साफ है कि उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्यादा तवज्जो नहीं दी। Rahul Gandhi ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को टैग करते हुए लिखा, जब आप लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार गिराने में व्यस्त थे, तब एक बार आपके नोटिस में नहीं आई कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें 35 फीसदी तक गिर गई है। क्या आप पेट्रोल और डीजल की कीमतों को 60 रुपए प्रति लीट से नीचे लाकर इस फायदे को आम जनता तक पहुंचाएंगे? इससे चरमराई अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी। इस तरह राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साथा, लेकिन संसद में सालोंं तक अपने दोस्त और करीबी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कुछ नहीं कहा।
Rahul Gandhi ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को नहीं दिया मिलने का समय
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में कहा जा रहा है कि वे लंबे समय के मध्यप्रदेश में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से खफा थे और उन्होंने इस बारे में बात करने के लिए कई बार सोनिया गांधी और Rahul Gandhi से सम्पर्क भी साधा, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया है। सिंधिया परिवार से जुड़े प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया कई महीनों से Rahul Gandhi से मिलने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें अप्वाइंटमेंट नहीं दिया गया। अगर Rahul Gandhi को नेताओं की बात सुनना नहीं है तो कोई क्या कर सकता है?
Rahul Gandhi जब संसद परिसर में पहुंचे तो वहां भी मीडिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर सवाल पूछना चाहा, लेकिन कांग्रेस नेता आगे बढ़ गए।