कोरबा । कटघोरा एसडीएम के खिलापᆬ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया है। ड्यूटी पीरियड के बाद समीक्षा बैठक लेने और अपमानित करने का अरोप लगाया है। अधिकारी को हटाए जाने की मांग संबंधी कलेक्टर के नाम पत्र खंड कृषि अधिकारी को सौंपा है। पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया है कि एसडीएम को नहीं हटाए जाने की स्थिति में समस्त ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को धरने पर बैठने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। कटघोरा एसडीएम ने शनिवार को किसान क्रेडिट कार्ड में प्रगति की समीक्षा को लेकर तहसील कार्यालय में बैठक बुलाया था। बैठक में पाली और कटघोरा ब्लॉक के अधिकारी पहुंचे थे। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने बताया कि बैठक देर से शाम पांच बजे शुरू की गई। इस पर महिला अधिकारियों ने एतराज जताया। महिलाओं ने कहा कि बैठक में शाम सात-आठ बज जाते हैं। जो ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पाली व दूरदराज गांव से आते हैं उन्हें परेशानी होती है। एसडीएम इसे अन्यथा लेते हुए 24 घंटे काम करने की बात की और कहा कि काम नहीं कर सकते वे बाहर चले जाएं। बैठक में कर्मचारियों को अपमानित भी किया गया। ग्रामीण कषि विस्तार अधिकारियों का यह भी कहना है कि हर बार एसडीएम देर से बैठक लेती हैं। कर्मचारी घर कैसे पहुंचते हैं उससे उन्हें कोई सरोकार नही। एसडीएम के अपमानित किए जाने से सभी कृषि विस्तार अधिकारी बैठक कक्ष से बाहर निकल गए। बैठक के बाहर निकलने के बाद समस्त कृषि विस्तार अधिकारियों ने मामले की शिकायत कलेक्टर से करने का निर्णय लिया। एसडीएम को हटाने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन पत्र लिखा गया है। इसमें इस बात का उल्लेख है कि किसान क्रेडिट कार्ड की समीक्षा के दौरान कर्मचारियों को अपमानित किया गया। एसडीएम के इस कृत्य से सभी क्षुब्ध हैं। उन्हें पद हटाया जाए अन्यथा समस्त ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। मांग पत्र ब्लॉक कृषि अधिकारी को सौंपा गया। शिकायत करने वाले ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों संघ के जिला और ब्लॉक अध्यक्ष के अलावा पाली और कटघोरा से उपस्थित अधिकारीशामिल थे।
प्रशासन संबंधी कार्य हम सभी अधिकारी-कर्मचारियों का दायित्व है। किसान क्रेडिट कार्य प्रगति के संबंध में समीक्षा थी। सभी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को काम के लिए प्रेरित किया गया। अपमानित करने का आरोप निराधार है।
सूर्य किरण अग्रवाल तिवारी, एसडीएम कटघोरा