राजकोट / राजकोट में डिप्लोमा इंजीनियर में पढ़ाई करने वाला 17 वर्षीय कौशल वाघेला कई प्रतिभाओं का धनी है। कौशल को जन्मजात खामियों के कारण कोहनी से हाथ विकसित ही नहीं हुआ। कक्षा 10वीं में 80 फीसदी अंक प्राप्त कर कौशल डिप्लोमा कर रहा है।
अधिकांश काम दोनों हाथों से
इतना ही नहीं अपने लैपटॉप पर वह टाइपिंग भी दोनों हाथों से अच्छी तरह कर सकता है। कौशल ने बताया कि इससे पहले वह एक साथ से ही टाइपिंग करता था, धीरे-धीरे दूसरे हाथ की मदद लेने लगा। अब वह अधिकांश काम दोनों हाथों से कर सकता है।