शहीद राजीव सिंह को 10 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि
बोला-सेना में जाकर पाकिस्तान को सबक सिखाऊंगा
भाभरू / जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए राजीव सिंह का रविवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। शहीद के 10 साल के बेटे अधिराज सिंह ने मुखाग्नि दी। रोते हुए बेटा बोला कि सेना में भर्ती होकर पाकिस्तान को सबक सिखाऊंगा। उसने यह भी कहा कि उसके दादा भी सेना में थे। पिताजी ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
इससे पहले शहीद की पार्थिव देह रात को दिल्ली से प्रागपुरा लाया गया था। यहां से रविवार सुबह पार्थिव देह को शहीद के लुहाकना खुर्द स्थित घर ले जाया गया। प्रागपुरा से लुहाकना खुर्द तक करीब 15 किलोमीटर तक हजारों लोग बाइक पर और पैदल शामिल हुए। इस दौरान लोग राजीव सिंह अमर रहे, भारत माता की जय, वन्देमातरम के नारे लगाते रहे।
नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकी पर तैनात थे
जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी जिस सैन्य वाहन में शहीद की पार्थिव देह थी उसी में साथ चल रहे थे। राजीव सिंह कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकी पर तैनात थे। 8 फरवरी को पाकिस्तानी सेना के संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी में वह शहीद हो गए थे। गांव के बेटे के शहीद होने की खबर के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
2002 में हुए थे भर्ती, अगले साल था रिटायरमेंट
36 साल के राजीव सिंह 2002 में सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में सेना के 5 राजपूत ग्रुप में नायक के पद पर तैनात थे। ग्रामीणों ने बताया कि राजीव सिंह दिसम्बर माह में छुट्टी पर घर आए थे। आठ जनवरी को ड्यूटी पर लौटे थे। ठीक एक महीने बाद उनकी शहादत की खबर मिली। राजीव सिंह जनवरी में ही श्रीगंगानगर से जम्मू कश्मीर में पदस्थापित हुए थे। शहीद के परिवार में पिता शंकर सिंह, मां पुष्पा कंवर, पत्नी उषा कंवर और 10 साल का बेटा अधिराज है।
सैनिक कल्याण बोर्ड मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री राजेन्द्र यादव, विराटनगर विधायक इंद्राज गुर्जर, पूर्व डिप्टी स्पीकर राव राजेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक फूलचंद भिण्डा सहित सहित कई जनप्रतिनिधियों ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित किए।