अजमेर / रिश के कारण दूरदराज के जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों से बड़ी तादात में बहकर आए जीव-जंतुओं का शहर के रिहायशी इलाकों से निकलना बदस्तूर जारी है। गुरुवार को वकील एंड कंपनी के पास अजगर की सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की लेकिन अजगर छिप गया और पकड़ा नहीं जा सका। इसी तरह ब्रह्मपुरी में एक मकान से टीम ने गोयरी पकड़कर सोमलपुर के जंगलों में सुरक्षित छोड़ दी। पिछले एक सप्ताह में शहर के अलग-अलग हिस्सों में मकानों से वन विभाग की टीमें कोबरा पकड़कर जंगलों में छोड़ चुकी हैं। पिछले दिनों पुष्कर में भी सिविल डिफेंस की टीम ने स्नेक रेस्क्यूअर डा. श्रृष्टि के नेतृत्व में करीब 30 सापों को पकड़कर सुरक्षित स्थानों पर छोड़ा था।
6-7 सांप, गोयरा-गोयरी व अन्य जीव-जंतु रोजाना पकड़े जा रहे हैं
फारेस्टर सत्यानारायण शर्मा ने बताया कि - ब्रह्मपुरी से सूचना मिली थी कि एक मकान में गोयरा घुस गया है। सूचना पर सहायक वनपाल जयसिंह के साथ मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया। गोयरा नहीं बल्कि यह गोयरी थी, जिसे पकड़कर सोमलपुर के जंगलों में सुरक्षित छोड़ दिया गया। प्रारंभिक तोर पर पता चला कि मकान के सामने ब्रह्मपुरी का नाला है, जिसमें आनासागर झील का पानी आता है, इसी के साथ गोयरी बहकर नाले से होकर मकान तक पहुंच गई। पिछले एक सप्ताह में वन विभाग की टीमें 3 कोबरा पकड़कर जंगलों में छोड़ चुकी है।
अजगर हर रोज खाता है चूहे, पंपकर्मियों को दिखा
फोरेस्टर सत्यानारायण शर्मा ने बताया कि - पुरानी आरपीएससी के सामने स्थित वकील एंड कंपनी पेट्रोल पंप पर अजगर होने की सूचना मिली थी। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, काफी देर तक अजगर की तलाश की गई लेकिन जिस स्थान पर उसके होने की संभावना बताई जा रही थी, वहां वायरिंग थी इस कारण से अजगर दिखाई नहीं दिया। पंपकर्मियों ने बताया कि उन्होंने अजगर को चूहा खाते देखा है। वन विभाग की टीम शुक्रवार को फिर रेस्क्यू करेगी।